दार्जिलिंग, पश्चिम बंगाल: दार्जिलिंग जिले के लोअर टोकलांग क्षेत्र में हाल ही में भूस्खलन के बाद प्रशासन ने स्थिति का जायजा लिया। दार्जिलिंग के जिला मजिस्ट्रेट (DM) प्रीति गोयल ने बताया कि इलाके में सुरक्षित रहने के लिए तत्काल कदम उठाए गए हैं।
DM प्रीति गोयल ने कहा, “हम लोअर टोकलांग की मौजूदा स्थिति देखने आए हैं। यहां भूस्खलन हुआ है। स्थानीय लोगों ने हमें बताया कि एक और चट्टान है जिसे हटाने की आवश्यकता है। हम इसे हटाने के लिए अपनी टीम भेज रहे हैं। साथ ही, परिवारों को सामुदायिक भवन में सुरक्षित स्थानांतरित कर दिया गया है।”
उन्होंने आगे बताया कि वर्तमान में सबसे बड़ी समस्या सड़क और कनेक्टिविटी का टूटना है। दुधिया पुल टूट गया है, जिसके कारण यातायात बाधित हो गया है। DM ने कहा, “हमारी पूरी PWD टीम मौके पर मौजूद है और मरम्मत का काम तेजी से चल रहा है। उम्मीद है कि इसे जल्द ही बहाल कर दिया जाएगा।”
भूस्खलन की वजह से प्रभावित क्षेत्र में हालात गंभीर
लोअर टोकलांग क्षेत्र भूस्खलन के कारण अस्थिर हो गया है। प्रशासन ने सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रभावित परिवारों को सामुदायिक भवनों में स्थानांतरित किया है। वहीं, PWD की टीम पुल और सड़क मार्ग को जल्द से जल्द बहाल करने में जुटी हुई है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि बारिश और पहाड़ी क्षेत्रों में भू-जल जमाव के कारण भूस्खलन की संभावना बढ़ गई है। प्रशासन ने लोगों से क्षेत्र में सावधानी बरतने और अनावश्यक यात्रा से बचने की अपील की है। घटना के बाद प्रशासन और आपदा प्रबंधन टीम सतर्क हो गई है और प्रभावित क्षेत्रों में लगातार निगरानी रखी जा रही है।