ग्वालियर के पड़ाव थाना पुलिस की ईमानदारी और बेहतरीन कार्यप्रणाली पर आप भी कह उठेंगे वाह क्या बात है… आपका धन्यवाद
6 लाख के जेबरों से भरा बैग वापस लौटाया
आभूषणों को सुरक्षित पाकर फरियादी मुस्कराया… पुलिस की कार्यप्रणाली की जमकर की सराहना
ग्वालियर। जब पुलिस बेहतर काम करती है तो फिर दिल से बधाई भी बनती है। आप भी इस खबर को पढ़कर पुलिस की तारीफ किए बिना नहीं रह सकेंगे। जानिए क्या है पूरा मामला….
उत्तर प्रदेश निवासी संदीप कुमार सिंह अपने परिवार के साथ बस से इटावा से ग्वालियर आये थे। ग्वालियर से उन्हें ट्रेन से खण्डवा जाना था। बस से उतर कर उन्होंने अपना सामान सड़क पर रख दिया था। कुछ देर बाद वह परिजनों को लेकर स्टेशन चले गए और एक बैग वहीं छूट गया। स्टेशन पर पहुंचने पर जब उन्होंने अपने सामान को चेक किया तो एक बैग नहीं मिला। जब वह लौट कर बस स्टैंड पर आए तब तक बस जा चुकी थी। परेशान होकर संदीप सिंह पड़ाव थाने पहुंचे और बैग गायब होने की सूचना दी।

सीएसपी इंदरगंज अशोक सिंह जादौन के मार्गदर्शन में पड़ाव थाना प्रभारी उनि. संतोष भदौरिया ने अपनी टीम को सक्रिय किया। थाने की टीम ने बस के स्टाफ से पूछताछ की तो उन्होंने बस में बैग न छूटने की बात कही। इसके बाद टीम ने आस-पास के लोगों से पूछताछ की तो बस स्टैंड पर फालूदा का ठेला लगाने वाले बनवारी कुशवाह ने बताया कि उसे रोड पर 19 नवंबर को एक बैग मिला था, जिसे उसने अपने पास रख लिया था। उक्त बैग जब फरियादी को दिखाया गया तो उसने बैग में रखे आभूषणों की तस्दीक कर उसे अपना बताया। बैग में कान के टॉप्स, एक जोड़ी सोने के सूई घागा, दो सोने के हार करीब 6 लाख रुपए के आभूषण रखे मिले।सीएसपी जादौन एवं थाना प्रभारी भदौरिया ने पड़ाव थाने में फरियादी को बैग वापस किया। अपने जेबरात को पाकर फरियादी का चेहरा खिल गया और वह पुलिस के सराहनीय कार्य की प्रशंसा करते नहीं थक रहा था।
इनकी रही सराहनीय भूमिका
थाना प्रभारी भदौरिया के साथ ही एएसआई राधेश्याम दीक्षित, प्रधान आरक्षक वीरेंद्र भदौरिया एवं श्रीराम भिलाला ने बैग को खोजने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
posted by: विजय पाण्डेय