दिल्ली आबकारी नीति मामले में जेल में बंद मनीष सिसोदिया को सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत मिल गई है। कोर्ट ने उन्हें जमानत दे दी है और वे देर शाम तक जेल से बाहर आ सकते हैं लेकिन इन सबके बीच कहा जा रहा है कि वह फिर से डिप्टी सीएम की कमान संभाल सकते हैं। अगर ऐसा होता है तो इसका असर दिल्ली और हरियाणा विधानसभा चुनाव पर देखने को मिल सकता है।
नई दिल्ली। मनीष सिसोदिया को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने को आम आदमी पार्टी बड़ी जीत मान रही है, पार्टी में खुशी की लहर है। सिसोदिया के जेल से बाहर आने पर आप संगठन के साथ साथ दिल्ली सरकार को बड़ी मजबूती मिलेगी। सिसोदिया फिर से उपमुख्यमंत्री पद की कमान संभाल सकते हैं। विधानसभा चुनाव को देखते हुए सिसोदिया के ऊपर बड़ी चुनौती रहेगी। अधिकारियों में सिसोदिया की अच्छी छवि है, इसका आप को बड़ा लाभ मिलेगा। संगठन से लेकर दिल्ली सरकार चलाने तक पर असर पडे़गा।
सिसोदिया के बाद केजरीवाल की गिरफ्तारी से आप के चुनाव प्रबंधन पर असर पड़ा है। कार्यकर्ता मायूस थे, सिसोदिया को जमानत मिलने से कार्यकर्ताओं को ऊर्जा मिली है। दिल्ली से लेकर हरियाणा चुनाव प्रचार पर सिसोदिया की जमानत का असर दिखने की संभावना है।
आपको बता दें कि मनीष सिसोदिया को 26 फरवरी 2023 को गिरफ्तार किया गया था, उस समय दिल्ली सरकार में उपमुख्यमंत्री थे। उन्हें इस पद के साथ साथ मंत्री पद से भी इस्तीफा देना पड़ा था। उनके जेल जाने से आप संगठन के साथ साथ दिल्ली सरकार के कामकाज पर भी असर पड़ा था। इसका कारण यह है कि अधिकारियों में सिसोदिया की छवि अच्छी मानी जाती है। सरकार के कामकाज में विवाद कम होने के आसार
अब माना जा रहा है कि सरकार के कामकाज में विवाद कम होंगे और मंत्रियों और अधिकारियों में तालमेल बढ़ सकेगा। यहां यह भी गौरतलब है कि सिसोदिया के जेल जाने के बाद उनके विभाग दूसरे विधायकों को मंत्री बनाकर भले ही दे दिए गए, मगर दिल्ली सरकार में उनकी कमी खलती रही है, क्योंकि कामकाज को लेकर उनके समय की लय फिर से नहीं आ सकी।यह सब चल ही रहा था कि इसी बीच आबकारी घोटाले से जुड़े मनी लान्ड्रिंग मामले में मार्च 2024 में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी गिरफ्तार हो गए, वह अभी जेल में ही हैं। अब जब दिल्ली विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं तो ऐसे में आप में दोनों बड़े नेताओं की जरूरत अधिक महसूस की जा रही है।