विनेश ने कुश्ती को कहा अलविदा और बोलीं आपका सपना, मेरी हिम्मत टूटी
एजेंसी। पेरिस ओलिंपिक से अयोग्य होने के बाद विनेश फोगाट ने कुश्ती से ही संन्यास लेने का एलान कर दिया है। उन्होंने अपनी भावनाओं को बेहद भावुक तरीके से सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर लिखा।
विनेश ने लिखा, माँ कुश्ती जीत गई, मैं हार गई ़ ़ ़ मुझे माफ करना। विनेश फोगाट को सिर्फ सौ ग्राम वजन भारी पड़ गया और उसे फायनल लड़ने से आयोग्य ठहरा दिया गया। इसके बाद से पूरा भारत गुस्से में है। सिर्फ सौ ग्राम वजन से सोने का सपना टूटने के बाद कुश्ती के नियमों को कोस रहा है।
ताकत नहीं रही फैंस से मांगी माफी
विनेश फोगाट ने अपने फैंस से माफी मांगते हुए कहा, अब उनका हौंसला जवाब दे गया है। वो अब और कुश्ती नहीं कर सकती। मांँ को संबोधित करते हुए आगे लिखा, माफ करना ़आपका सपना मेरी हिम्मत सब टूट चुके हैं। इससे ज्यादा ताकत नहीं रही अब। अलविदा कुश्ती 2001-2024। आप सबकी हमेशा ऋणी रहूंगी माफी।
पदक विजेता के देंगे सभी लाभ
इसी बीच हरियाणा सरकार ने विनेश फोगाट के लिए अपना खजाना खोल दिया है। हरियाणा सरकार ने कह, विनेश को वह सभी लाभ मिलेंगे जो ओलिंपिक में रजत पदक जीतने वाले भारतीय खिलाड़ी को मिलते हैं। हरियाणा सरकार ने कहा, विनेश का मेडलिस्ट की तरह ही स्वागत होगा। हरियाणा सरकार ओलिंपिक रजत विजेता को जो सम्मान, इनाम और सुविधाएं देती है, वे सभी विनेश को कृतज्ञतापूर्वक दी जाएंगी। हमें आप पर गर्व है। वहीं विनेश के परिवार ने सरकार की इस पहल की सराहना की है।
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