कलेक्टर मेडम ने लोगों की समस्याओं को सुन राहत पहुंचाने की कही बात….कलेक्ट्रेट में तनकीक बनी सहारा, वीसी से जुड़े एसडीएम
ग्वालियर। कलेक्टर रुचिका चौहान जन सुनवाई में आने वाले लोगों की समस्याओं को जल्द से जल्द निराकरण हो इसके लिए कई जतन कर रही हैं। वे तकनीक का सहारा ले रही हैं और जन सुनवाई के दायरे को बढ़ाने में लगी हैं। मंगलवार को कलेक्ट्रेट में हुई जनसुनवाई में इसका नजारा देखने को मिला।
आमजन की समस्याओं का जल्द से जल्द निराकरण हो सके, इस उद्देश्य से तकनीक का इस्तेमाल कर कलेक्ट्रेट की जन-सुनवाई का दायरा बढ़ाया गया है। इस बार हुई कलेक्ट्रेट की जन-सुनवाई में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए एसडीएम डबरा, भितरवार व घाटीगांव के एसडीएम भी वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए जुड़े। इस दौरान कलेक्टर ने उनसे चर्चा कर लोगों की समस्याओं के निधान के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
लेकिन कलेक्ट्रेट में अपनी समस्या लेकर पहुंचे 217 आवेदकों में से महज 98 लोगों की ही सुनवाई की गई। जबकि 119 लोगों के आवेदन पर टीप लगाकर उन्हें संतुष्ट कर लौटा दिया गया।

कलेक्टर चौहान ने जमीन के बंटवारे, सीमांकन व रैरा से संबंधित कुछ प्रकरण अपने संज्ञान में लिए। साथ ही जमीन संबंधी आवेदनों को समयबद्ध कार्यक्रम के तहत निराकृत करने के लिये संबंधित एसडीएम, तहसीलदार व नायब तहसीलदारों को लिखित में निर्देश दिए। उन्होंने इलाज के लिये सहायता की आस लेकर जन-सुनवाई में पहुँचे लोगों की बात ध्यानपूर्वक सुनी और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के माध्यम से इन सभी के इलाज का इंतजाम कराया।
98 लोगों की समस्याओं को कलेक्टर श्रीमती चौहान, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी विवेक कुमार, अपर कलेक्टर अंजू अरुण कुमार व टीएन सिंह सहित जिला प्रशासन के अन्य अधिकारियों ने एक-एक कर सुना।
वितरित की मलेरिया की दवा
जन सुनवाई में आए लोगों की सेहत का भी ध्यान रखा गया। कलेक्ट्रेट में आयुष विभाग द्वारा होम्योपैथिक चिकित्सा शिविर लगाकर 91 लोगों को निःशुल्क “मलेरिया ऑफ 200 औषधि” वितरित की गई। यह औषधि रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाकर मलेरिया से बचाव में महती भूमिका निभाती है।