— अंतिम संस्कार में मौजूद लोगों ने नम आंखों से लगाए राजमाता सिंधिया अमर रहे के नारे, दुःखी सिंधिया से मिल गमगीन हुए लोग सारे
— सिंधिया राजघराने की अंतिम महारानी को श्रद्धांजलि देने के लिए देश-विदेश से रिश्तेदार, अंचलभर से जुटी भीड़ अपा
— मुख्यमंत्री मोहन यादव के साथ ही प्रदेश सरकार के कई मंत्रियों सहित प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा भी रहे मौजूद
ग्वालियर। माधवी राजे अमर रहें… जब-तब सूरज चांद रहेगा… माधवी राजे तेरा नाम रहेगा… माधव राव सिंधिया अमर रहे.. माधवी राजे अमर रहे… केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने जैसे ही राजघराने की परंपरा के मुताबिक वैदिक मंत्रोच्चार के साथ अपनी माँॅ को मंत्राग्नि दी…. लगा जैसा पूरा छत्री परिसर का जर्रा-जर्रा अपनी करुणामयी माता की अंतिम विदाई पर आंसू बहा रहा हो। वहां मौजूद हर आम और खास शख्स की आंखों में उदासी और गम समाया नजर आ रहा था। लगा जैसे पूरा शहर ही गमगीन हो गया हो।
राजमाता माधवीराजे का गुरुवार की शाम सिंधिया परिवार की छत्री परिसर में अंतिम संस्कार किया गया। राजपुरोहित चंद्रांकत शेंडे ने नागबलि और नारायण बलि का विधान कराकर परंपरागत तरीके से अंतिम संस्कार कराया। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मंत्राग्नि दी। इस दौरान नेपाल, गुजरात, राजस्थान, कश्मीर व पंजाब से आए उनके अनेक रिश्तेदार मौजूद रहे। इनके आलवा मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, प्रदेश सरकार के मंत्री प्रहलाद पटेल, कैलाश विजयवर्गीय, तुलसी राम सिलावट, प्रद्युम्न सिंह तोमर, नारायण सिंह कुशवाह सहित पूर्व मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा, पूर्व सांसद जयभान सिंह पवैया, राज्यसभा सांसद अशोक सिंह सहित विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि व गणमान्य नागरिकों ने श्रद्धांजलि अर्पित की।
— एयरपोर्ट से लेकर महल तक लोगों की भीड़
इससे पूर्व सुबह जब राजमाता की पार्थिव देह दिल्ली से विमान द्वारा ग्वालियर पहुंची, तो सैकड़ों लोग एयरपोर्ट पर पहुंच गए। उन्होंने वहां पुष्पवर्षा कर अपनी संवेदनाएं व्यक्त की। इसके बाद पार्थिव देह जिन-जिन रास्तों से होते हुए रानी महल पहुंची, इस दौरान विभिन्न चौराहों और मार्गां पर लोगों ने एकत्रित होकर श्रद्धांजलि अर्पित की।
रानी महल में उमड़ा जनसैलाब
राजमाता की पार्थिव देह को जब अंतिम दर्शनों के लिए रानी महल में रखा गया तो वहां देखते ही देखते हजारों लोगों का जन सैलाब उमड़ पड़ा। इस दौरान ज्योतिरादित्य सिंधिया, प्रियदर्शनी राजे सिंधिया, महाआर्यमन सिंधिया, चित्रांगदा सिंह, वसुंधरा राजे, यशोधरा राजे सहित पूरा सिंधिया परिवार और उनके नाते-रिश्तेदार मौजूद थे।
पालकी में निकली अंतिम यात्रा
जन दर्शन के बाद माधवी राजे की सुसज्जित पालकी में अंतिम यात्रा निकाली गई। जो जय विलास परिसर से गुजरकर थीम रोड होते हुए छत्री परिसर में पहुंची। जहां शाम छह बजे अंतिम संस्कार किया गया।
शोक में बंद रहा बाजार
राजमाता के निधन पर चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष डॉ. प्रवीण अग्रवाल ने व्यापारियों से बाजार बंद करने का आव्हान किया था। जिसके तहत लश्कर क्षेत्र के प्रमुख बाजार बंद रख व्यापारियों ने अपनी राजमाता के प्रति संवेदनाएं व्यक्त की।