— प्रधानमंत्री ने सिंधिया परिवार ही नहीं पूरे ग्वालियर का बढ़ाया मान
— अतीत से लेकर आज तक के महत्व के साथ ही भविष्य के संकल्प भी दिला गए
— सिंधिया स्कूल के छात्रों को दे गए होमवर्क और कह गए इन्हें जरूर करें पूरा
ग्वालियर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को ग्वालियर आए। वे फोर्ट स्थित सिंधिया बॉयज स्कूल के 125वें स्थापना दिवस समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने काशी से लेकर गुजरात तक सिंधिया परिवार से नाता बताया, तो दूसरी ओर अतीत के इतिहास और मौजूदा परिवेश के साथ ही भविष्य की संभावनाओं के द्वार खोलते देश हित में कुछ करने का संकल्प दिलाया। इस दौरान प्रदेश के राज्यपाल मंगूभाई पटेल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र्र सिंह तोमर एवं जितेंद्र सिंह, स्कूल के मुखिया केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और प्राचार्य अजय सिंह मंचासीन थे।

जानिए क्या-क्या बोले प्रधानमंत्री
— सर्व प्रथम उन्होंने कहा कि ग्वालियर से मेरा दो तरह से नाता है। पहला यह कि काशी को विकसित करने में सिंधिया परिवार की बड़ी भूमिका रही है। गंगा किनारे अनेक घाट बनवाएं। आज काशी का विकास हो रहा है, उसे देखकर महाराज माधवरावजी की आत्मा प्रसन्न होगी। दूसरा यह-कि ज्योतिरादित्य गुजरात के दामाद हैं। इस नाते भी ग्वालियर से मेरी रिश्तेदारी है।
— भावी पीढ़ी का किया बोझ हल्का
प्रधानमंत्री ने कहा कि तात्कालिक स्वार्थ के लिए किए गए काम से समाज को नुकसान होता है। 2014 में जब देश ने मुझे प्रधान सेवक का दायित्व सौंपा, तो मेरे सामने दो विकल्प थे। पहला यह कि मैं तात्कालिक लाभ के लिए काम करूं। दूसरा यह कि लॉन्ग टर्म एप्रोच अपनाऊं। मैंने दूसरा विकल्प चुना। इन 10 साल में देश ने लॉन्ग टर्म प्लानिंग के जो फैसले लिए, वो अभूतपूर्व हैं। मेरे पास कामों की इतनी बड़ी लिस्ट है कि उनका उल्लेख करते हुए पूरी रात बीत जाएगी। मैंने आपकी भावी पीढ़ी का बोझ हल्का किया है।

— स्कूल के छात्रों को बताएं नौ मंत्र
1ः जल का संरक्षण कर लोगों को सचेत करें।
2ः गॉवों के लोगों को डिजिटल लेनदेन के प्रति सजग करें।
3ः अपने शहर को स्वच्छता में नंबर वन बनाने के प्रयास करें।
4ः वोकल फॉर लोकल को जीवन में अपनाकर स्थानीय प्रॉडक्ट को प्राथमिकता दें।
5ः ट्रैवल इन इंडिया फर्स्ट को प्राथमिकता देकर पहले अपने देश को घूमें और विदेश की सोंचे।
6ः प्राकृतिक फार्मिंग के प्रति किसानों को प्रेरित करें।
7ः मिलेट्स मतलब मोटे अनाज को जीवन में शामिल कर उसका प्रचार करें।
8ः फिटनेस पर ध्यान दें, योग और स्पोर्ट्स को अपने जीवन का हिस्सा बनाएं।
9ः एक गरीब परिवार की हैंड होल्डिंग करें, ताकि देश से गरीबी को दूर किया जा सके।

— आउट ऑफ द बॉक्स सोचने की सीख
प्रधानमंत्री मोदी ने छात्रों से कहा कि भविष्य को लेकर आउट ऑफ द बॉक्स सोचिए। सपने और संकल्प दोनों बड़े होने चाहिएं। उन्होंने बच्चों से हंसी-मजाक के लहजे में कहा कि आप अपने आइडिया नमो ऐप पर शेयर कर सकते हैं। अब मैं व्हाट्सऐप पर भी हूूॅ, अपने सीक्रेट भी वॉट्सऐप पर मुझसे शेयर कर सकते हैं। मैं किसी को नहीं बताऊंगा।
— 10 साल में एक लाख स्टार्टअप बने
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने स्पेस, डिफेंस सेक्टर को भी युवाओं के लिए खोल दिया है। आपको मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को बढ़ाना है। 2014 में गिनती के स्टार्टअप थे। आज देश में करीब एक लाख स्टार्टअप हैं। 100 से ज्यादा यूनिकॉर्न बने हैं।

शताब्दी का सोचना है तो शिक्षा से जुड़िए
मोदी ने कहा कि कहावत है कि यदि एक साल का सोच रहे हैं, तो अनाज बोईए। एक दशक का सोच रहे हैं, तो फल वाले पेड़ लगाइए। यदि एक शताब्दी का सोच रहे हैं, तो शिक्षा से जुड़ी संस्थाएं बनाइए। क्योंकि यह सिंधिया स्कूल महज स्कूल ही नहीं यह एक जीती-जागती विरासत है। इस दौरान ज्योतिरादित्य सिंधिया ने प्रधानमंत्री को अस्ताचल नाम का स्मृति चिंह भेंट किया।
— विकसित भारत का दिलाया संकल्प
अपने उद्बोधन के दौरान प्रधानमंत्री ने छात्रों को संकल्प दिलाया कि अगले 25 साल में देश को विकसित बनाकर दिखाएंगे। यह जिम्मेमदारी युवा पीढ़ी की है। मेरा विश्वास कि युवा इन सपनों को संजोकर काम करेंगे। संकल्प को सिद्धि में बदलेंगे और इसे हासिल करने तक नहीं रुकेंगे। अगले 25 साल आपके और भारत के लिए जरूरी हैं। संकल्प लीजिए कि मैं विकसित भारत बनाउंगा। नेशन फर्स्ट की सोच के साथ काम कर इनोवेशन करूंगा। भारत को विकसित बनाकर ही रहूंगा।

प्रधानमंत्री ने दिए छा़त्रों को अवार्ड
प्रधानमंत्री ने 12वीं के छात्र गौरव मेहरा, जयस निठरवार को गवर्नर मेडल दिया। 12वीं के ही छात्र मयंक चौधरी को महाराजा जीवजीराव सिंधिया मेडल के लिए चुना गया, एनडीए में प्रशिक्षण के चलते उनके माता-पिता ने मेडल लिया। दो छात्रों को जनरल एफिशिएंसी शील्ड प्रदान की। जबकि स्कूल के पूर्व छात्र रंजन टंडन को माधव अवॉर्ड से नवाजा गया। इस दौरान टंडन ने रघुवीर कोचर को भी माधव फ्लैग दिया।
मीत ब्रदर्स ने गाया मोदी का लिखा गाना
नवरात्रि से पूर्व प्रधानमंत्री ने माड़ी’ नाम से गाना जारी किया था। प्रधानमंत्री ने स्वयं एक्स पर पोस्ट कर बताया था कि उन्होंने इस गीत के बोल लिखे हैं, जिसे दिव्य कुमार ने आवाज दी है। गुजराती में गाए गए इस गीत को मीत ब्रदर्स ने कम्पोज किया है। मंच पर मीत ब्रदर्स ने गाना गाकर मोदी जी को धन्यवाद दिया।