जनसंवाद से पूर्व निकली भव्य कलश यात्रा समाज में मनुष्य के बीच आपसी भाईचारा कायम रखने का दिया सन्देश
ग्वालियर। समाज और राष्ट्र का विकास चाहते हैं तो हमें सामाजिक समरसता के महत्व को समझना होगा। आपसी स्नेह और सामाजिक समरसता के बिना देश का विकास संभव नहीं है, ऐसे में जरूरी हो जाता है कि हम सारे भेदभाव मिटाकर सभी वर्गों के साथ समरसता का भाव रखें और राष्ट्र के निर्माण में अपनी अहम भूमिका का निर्वहन करें।स्वामी भारतानंद सरस्वती जी ने ग्राम एराया में आयोजित जन संवाद में अपने विचार व्यक्त करते हुए यह बात कही।
स्वामी जी ने कहा कि संत हमेशा मनुष्य के परोपकार का कार्य करने का संदेश पूरे संसार को देते हैं। साथ ही लोगों को सही रास्ते पर चलने की प्रेरणा भी देते हैं। समाज में मनुष्य के बीच आपसी भाईचारा कायम हो ऐसे में महान संत रविदास की एक वाणी मन चंगा तो कठौती में गंगा से यह संदेश स्पष्ट हो जाता है।
उन्होंने कहा कि भगवान राम हो या कृष्ण, शबरी और सुदामा के बिना अधूरे हैं। इस अवसर पर केदार बाबा पहाड़ी वाले बाबा भी मंचासीन थे। जनसंवाद से पूर्व ग्राम एराया और कछौआ में भव्य कलश यात्रा निकाली गई जिसमें माता बहनों तथा भारी संख्या में ग्राम वासियों ने भाग लिया इस अवसर पर मछुआ कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष सीताराम बाथम, जन अभियान परिषद के जिला समन्वयक धर्मेंद्र दीक्षित, जिला योग प्रभारी दिनेश चाकणकर, विकासखंड समन्वयक मनोज दुबे, सतीश सिंह राजपूत, सोनू राणा नायब तहसीलदार धीरज सिंह, पंचायत इंस्पेक्टर एमएल चकवा, योगेश शर्मा, मुकेश पटेल ,रुस्तम सिंह, संजय गुप्ता, रामचंद्र मिशन, नवांकुर एवं प्रस्फुटन समितियो के सदस्य तथा शिक्षक एवं विद्यार्थी बड़ी संख्या में उपस्थित थे। यात्रा दसवें दिन भितरवार विकासखंड के पिपरिपुरा, बडेरा भारस, बड़की सराय, किशनपुर, कैंथी,भैगना, शेखूपुर होते हुए घरसौंदी पर समाप्त हुई।

बुराइयां छोड़ने का लिया संकल्प : स्नेह यात्रा सभी वर्गों को आत्मीयता के सूत्र में पिरोने के साथ-साथ बड़े सामाजिक परिवर्तन का माध्यम भी बन रही है। लोगों को संत अपने सान्निध्य में साफ-सफाई, स्वच्छता, नशा-मुक्ति, सदाचार और सात्विक आहार और जीवन-शैली के लिए भी प्रेरित कर रहे हैं। लोग पर्यावरण-संरक्षण के लिए पौध-रोपण और संरक्षण और प्लास्टिक मुक्त जीवन जीने की की शपथ ले रहे हैं।
आपको बता दें कि योजना, आर्थिक एवं सांख्यिकी और संस्कृति विभाग के संयुक्त तत्वावधान में 16 से 26 अगस्त तक निकाली जा रही स्नेह यात्रा का संयोजन मध्यप्रदेश जनअभियान परिषद के माध्यम से किया जा रहा है। यात्रा में सहभागी संगठन अखिल विश्व गायत्री परिवार, रामचंद्र मिशन, मध्य प्रदेश योग आयोग , पतंजलि योग पीठ एवं आचार्य शंकर सांस्कृतिक एकता न्यास हैं। स्थानीय स्तर पर कार्यरत धार्मिक और सांस्कृतिक संगठन भी यात्रा में बढ़-चढ़ कर सहभागिता कर रहे हैं। यात्रा की भव्यता और सहभागिता दोनों ही निरंतर बढ़ रही है।