केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य ने सर्व ब्राह्मण महासम्मेलन में बढ़ाया विप्र बंधुओं का मान, समाज में अपना श्रेष्ठ देने वालों का किया सम्मान
ग्वालियर। ब्राह्मण सदियों से सदैव पथ प्रदर्शक और मार्ग प्रशस्त करने वाला रहा है। ब्राह्मण ने हमेशा धर्म, समाज और संस्कृति को आगे बढ़ाने का काम किया है। साथ ही समाज व राष्ट्र को नई दिशा देने और मार्ग प्रशस्त करने का काम भी किया है। ऋषि दधिचि मार्ग प्रशस्त करने का सबसे बड़ा उदाहरण हैं। उन्होंने अपना लोगों की रक्षा के लिए अपना संपूर्ण जीवन असुरों के विनाश के लिए समर्पित कर दिया था। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने वृंदावन गार्डन में आयोजित सर्व ब्राह्मण महासम्मेलन में यह बात कही |

भगवान परशुराम की पूजा-अर्चना और मंत्रोच्चारण के साथ महासम्मेलन की शुरुआत हुई। अध्यक्षता महंत महामंडलेश्वर रामदास महारज ने की। कार्यक्रम संयोजक अशोक शर्मा ने स्वागत भाषण दिया। प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा, भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष वेद प्रकाश शर्मा, सुरेन्द्र शर्मा, सुमन शर्मा, कौशल शर्मा, संजय शर्मा एवं जयवीर भारद्वाज विशेष रूप से मौजूद थे। संचालान महेश मुदगल ने एवं बसंत खेमरिया ने आभार व्यक्त किया।
— परशुराम ने दिखाया न्याय का मार्ग
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य ने कहा कि भगवान परशुराम के एक हाथ में फरसा रहा तो एक रूप उनका न्याय का रास्ता भी दिखाता है। हमें उनके बताए पथ पर चलना चाहिए। संसार में केवल एक ब्राह्मण समाज ही ऐसा है जो केवल धर्म, संस्कृति और प्रवचन तक ही सीमित नही है बल्कि आजादी की लडाई में भी उनका अमूल्य योगदान रहा है। इसमें मंगल पांडेय और चंद्रशेखर आजाद जैसे क्रांतिकारियों के साथ ही अनेक महापुरूषों ने अपने स्वतंत्रता की खातिर अपने प्राणों की आहुति दी।

— परशुराम लोक का हो निर्माण
पूर्व मंत्री अनूप मिश्रा ने कहा कि प्रदेश सरकार विकास के कई कार्यक्रम कर रही है, ब्राह्मण समाज के लिए भी कुछ स्थान मिलाना चाहिए। सरकार को चाहिए कि वह ब्राह्मणों का सम्मान बढ़ाने के लिए भगवान परशुराम लोक का निर्माण करे। उसमें मूर्तियां लगाने का काम समाज कर लेगा। इसके अलावा समाज में मंदिरों में पुजारी की नियुक्ति सिर्फ ब्राह्मण समाज के लोगों की ही हो। साथ ही ब्राह्मण आयोग का गठन होना चाहिए जहां वे अपनी बात कह सकें। उन्होंने गरीब ब्राह्मण के बच्चों के लिए छात्रावास का गठन और अटल स्मारक का कार्य शुरू करने की मांग भी की।

— संस्कृति और सभ्यता का संवाहक है ब्राह्मण
गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि देश में ब्राह्यण समाज ही हमारी संस्कृति और सभ्यता को अग्राणी रूप से लेकर चल रहा है। समाज ने ही पूरे विश्व को ज्ञान दिया है और हमेशा विश्व कल्याण की भावना हमारे पंचांग की ही देन है। जो हमारे समाज द्वारा बनाया गया था। हमें अपनी ताकत को पहचानना होगा।

— उत्कृष्ट कार्य करने वालों का हुआ सम्मान
महासम्मेलन में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए ब्राह्मण समाज की 25 विभुतियों एवं प्रतिभाओं का सम्मान किया गया। इनमें खनेता धाम के महामंडलेश्वर संत रामभूषण दास महाराज, जड़ेरुआ धाम के संत हरिदास महाराज, ढोलीबुआ मठ के महंत और दादाजी धाम के संत रामेश्वरनंद महाराज को अतिथियों ने सम्मानित किया गया। इनके अलावा जीवाजी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अविनाश तिवारी, कृषि महाविद्यालय के कुलपति डॉ. अरविंद कुमार शुक्ला, राजा मानसिंह संगीत एवं कला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. साहित्य कुमार नाहर, मेरठ यूनिवर्सिटी की कुलपति डॉ. संगीता शुक्ला, आईआईटीटीएम के निदेशक प्रो.आलोक शर्मा और वरिष्ठ पत्रकार एवं प्रमुख समाज सेवी डॉ. केशव पाण्डेय को भी सम्मानित किया गया।