शिवपुरी जिला अस्पताल से नवजात चोरी: पुलिस ने 10 घंटे में सागर से बरामद की बच्ची, महिला गिरफ्तार

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शिवपुरी जिला अस्पताल से नवजात चोरी: पुलिस ने 10 घंटे में सागर से बरामद की बच्ची, महिला गिरफ्तार

जिला अस्पताल से बुधवार सुबह चोरी हुई नवजात बच्ची को पुलिस ने महज 10 घंटे के भीतर सुरक्षित बरामद कर लिया। पुलिस ने बच्ची का अपहरण करने वाली महिला को सागर से गिरफ्तार किया है। इस तेज़ और सफल कार्रवाई को ग्वालियर जोन के आईजी अरविंद कुमार सक्सेना और डीआईजी अमित सांघी के निर्देशन में शिवपुरी और सागर पुलिस की संयुक्त टीम ने अंजाम दिया।

सुबह 5 बजे जिला अस्पताल से नवजात गायब

जानकारी के अनुसार, बुधवार सुबह करीब 5 बजे जिला अस्पताल के प्रसूति वार्ड में भर्ती एक महिला की एक दिन की नवजात बच्ची को एक अज्ञात महिला ने बहाने से उठा लिया। आरोपी महिला ने खुद को अस्पताल कर्मी बताकर नवजात को “पति को दिखाने” की बात कही और बच्ची को लेकर बाहर चली गई। जब वह काफी देर तक वापस नहीं लौटी, तो परिजनों ने शोर मचाया और पूरे वार्ड में हड़कंप मच गया। सूचना मिलते ही एसपी अमन सिंह राठौर, एएसपी संजीव मुले और अन्य पुलिस अधिकारी अस्पताल पहुंचे और घटना की गंभीरता को देखते हुए तत्काल जांच शुरू की गई।

आईजी पहुंचे अस्पताल, टीम को ₹30 हजार का इनाम

घटना की जानकारी मिलते ही आईजी अरविंद सक्सेना स्वयं जिला अस्पताल पहुंचे और घटनास्थल का निरीक्षण किया। उन्होंने मौके पर मौजूद अधिकारियों से जानकारी ली और तुरंत कार्रवाई के निर्देश दिए।

आईजी ने नवजात को सुरक्षित बरामद करने वाली पुलिस टीम के लिए ₹30,000 का इनाम घोषित किया। वहीं, डीआईजी अमित सांघी ने पूरे मामले की लगातार मॉनिटरिंग की और टीम को हर संभव सहायता दी।

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सीसीटीवी और साइबर सेल ने खोला राज़

पुलिस ने घटना के बाद अस्पताल और आसपास के इलाकों के सीसीटीवी फुटेज खंगाले। वीडियो में एक महिला को बच्ची को गोद में लेकर जाते हुए देखा गया। फुटेज और साइबर सेल की मदद से आरोपी की पहचान बरड़ागांव निवासी शारदा आदिवासी के रूप में हुई। जांच में पता चला कि आरोपी महिला बच्ची को लेकर झांसी की ओर रवाना हुई थी।

झांसी से सागर तक चला पीछा, आखिरकार गिरफ्तारी

शिवपुरी पुलिस ने तुरंत बस स्टैंड, ऑटो चालकों और राहगीरों से पूछताछ शुरू की। इसी दौरान सुराग मिला कि महिला झांसी से आगे बढ़ चुकी है। आईजी अरविंद सक्सेना ने सागर जोन की आईजी हिमानी खन्ना से संपर्क कर संयुक्त अभियान की रूपरेखा बनाई। सागर पुलिस ने एएसपी लोकेश सिन्हा और एएसपी बीना के संजीव उईके के नेतृत्व में टीम गठित की। संयुक्त टीम ने नाकाबंदी कर महिला को सागर में पकड़ लिया और बच्ची को सुरक्षित बरामद कर लिया।

नवजात पूरी तरह सुरक्षित, आरोपी से होगी पूछताछ

शिवपुरी पुलिस की टीम सागर पहुंची और नवजात को अपनी निगरानी में लिया। बच्ची पूरी तरह स्वस्थ और सुरक्षित है। आरोपी महिला को गुरुवार को शिवपुरी लाया जाएगा, जहाँ उससे पूछताछ कर यह पता लगाया जाएगा कि उसने अपहरण क्यों किया और क्या इस वारदात में कोई और व्यक्ति शामिल था। पुलिस ने बताया कि प्रारंभिक पूछताछ के बाद पूरा मामला गुरुवार को सार्वजनिक किया जाएगा।

प्रशासन और पुलिस की तत्परता बनी मिसाल

महज 10 घंटे में नवजात की सुरक्षित बरामदगी ने शिवपुरी और सागर पुलिस की सक्रियता को उजागर किया है। तेज जांच, तकनीकी सहायता और दोनों जिलों की पुलिस के तालमेल से यह मामला सुलझा लिया गया। स्थानीय लोगों ने पुलिस के इस त्वरित एक्शन की सराहना करते हुए कहा कि “यह इंसाफ का नहीं, इंसानियत का मामला था, और पुलिस ने दोनों पर खरा उतरने का काम किया।”

 

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