मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में पहुंची महिलाओं का पुष्प वर्षा कर किया आत्मीय स्वागत,
घुटनों पर बैठकर महिलाओं से बोले अब प्रदेश में बनाएंगे लाड़ली बहना सेना
लाड़ली बहना योजना में प्रदेश की महिलाओं को प्रति माह मिलेंगे 1000 रुपए
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को अपने जन्मदिन पर प्रदेश की महिलाओं को बड़ी सौगात दी है। उन्होंने राजधानी भोपाल के जंबूरी मैदान में आयोजित एक भव्य समारोह में मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना विधिवत शुभारंभ किया। इस कार्यक्रम में महिला शौर्यादल, स्व-सहायता समूह, जन अभियान परिषद से जुड़ी महिलाएं और महिला जनप्रतिनिधि सहित प्रदेशभर से एक लाख महिलाओं ने भागीदारी की।

दोपहर करीब पौने दो बजे शिवराज सिंह कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे। मंच पर पहुंचने के बाद उन्होंने हाथ हिलाकर सबका अभिवादन किया। इसके बाद वह मंच से उतरे और महिलाओं के बीच पहुंचकर पुष्पवर्षा करते हुए नारीशक्ति का स्वागत-अभिनंदन किया। वापस मंच पर पहुंचकर कन्यापूजन व दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम की शुरुआत की।

मुख्यमंत्री ने कहा अभी तक बेटियों की पूजा करता आया हूं। बहनों में भी दुर्गा, सरस्वती हैं। इसलिए आज बहनों की पूजा करके कार्यक्रम शुरू करूंगा। मुख्यमंत्री ने रिमोट का बटन दबाकर योजना का शुभारंभ कर एक गीत ….. अब जिओ लाड़ली बहना खूब आगे बढ़ो लाड़ली बहना के साथ ही योजना के ब्राशर का भी विमोचन। इस मौके पर एक लघु फिल्म भी प्रदर्शित की गई।
सीएम ने खुद भरा फार्म
मुख्यमंत्री ने शिवराज ने प्रतीकात्मक रूप से एक महिला का लाड़ली बहना योजना के लिए फार्म भरा। उन्होंने महिलाओं से यह भी कहा कि सब ध्यान से सुनना, ताकि आपको पता रहे क्या-क्या भरना है। मुख्यमंत्री ने आवेदिका कविता मस्तेरिया का लाड़ली बहना योजना के तहत पहला फार्म खुद भरकर इस योजना का विधिवत श्रीगणेश किया।

अब बहनों को परेशान नहीं होना पड़ेगा
मुख्यमंत्री ने महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि आज पूरा मध्यप्रदेश देख रहा है। इतनी बड़ी संख्या में केवल यहां नहीं, पूरे प्रदेश के गांव-गांव और शहर के हर वार्ड में मेरी बहनें एकत्रित हुईं हैं। लाड़ली बहनें कैसे इस योजना का लाभ लेंगी, वे देख रही हैं। योजना में आपको कोई परेशानी न आए, इसलिए ये कार्यक्रम रखा है। मेरी बहनों, हमारे देश की धरती पर मां, बहन और बेटी का हमेशा से बहुत सम्मान रहा है। हमारे यहां नारियों को दुर्गा, सरस्वती और लक्ष्मी का रूप मानते हैं। हमारी संस्कृति में ही देवता के पहले देवी का नाम लेने की मान्यता रही है, लेकिन कालांतर में यह बदलाव आया और बेटी से ज्यादा महत्व बेटों को दिया जाने लगा।
मुख्यमंत्री बनते ही मैंने सबसे पहले मुख्यमंत्री कन्यादान योजना शुरू की। हमने तय किया कि गरीब बेटियों की शादी मां-बाप पर बोझ नहीं होगी। सरकार गरीब बेटियों की शादी करवाएगी: CM #ShivrajKiLadliBehna#LadliBehnaYojanaMP pic.twitter.com/nX2agUmRue
— Chief Minister, MP (@CMMadhyaPradesh) March 5, 2023
मेरी इच्छा होती कि कैसे बदलाव लाया जाए। हमारे देश में सदैव से नारियों के प्रति आदर करने की परंपरा रही है। लक्ष्मीनारायण, राधेश्याम, सीताराम में भी पहले देवी माता का नाम लेने की परंपरा रही है। अंग्रेजों के शासन में धीरे धीरे यह आदर कम हो गया। मैंने कन्या विवाह योजना की शुरुआत की, जिससे गरीब परिवारों के लिए बेटियां चिंता का विषय न हों, बल्कि खुशी का विषय हों। इसके बाद मैंने लाड़ली लक्ष्मी योजना शुरू की, जिससे बेटियों को पढ़ने और बढ़ने का अवसर मिले। मेरी बहनें आर्थिक रूप से सशक्त और आत्मनिर्भर हों, ये मेरे ह््रदय की तड़प थी, इसलिए मैंने लाड़ली बहना योजना बनाई। अब मेरी बहनों को परेशान नहीं होना होगा। जो देश में कभी नहीं हुआ, वो आपके भाई शिवराज ने किया।