जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में संपन्न हुई वर्ल्ड पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2025 भारत के लिए ऐतिहासिक रही। मेजबान देश भारत ने इस बार रिकॉर्ड 22 पदक जीतकर नया इतिहास रच दिया — जिसमें 6 स्वर्ण, 9 रजत और 7 कांस्य पदक शामिल हैं।
चैंपियनशिप के आखिरी दिन भारत ने तीन रजत और एक कांस्य पदक हासिल किए। इनमें हरियाणा के नवदीप सिंह, प्रीति पाल और उत्तर प्रदेश की सिमरन शर्मा ने रजत पदक जीतकर देश का नाम रोशन किया।
भारत का अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन
यह पहली बार है जब भारत ने वर्ल्ड पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में इतने अधिक पदक जीते हैं। इससे पहले भारत ने 2023 में आयोजित संस्करण में 14 पदक (4 स्वर्ण, 4 रजत, 6 कांस्य) जीते थे। लेकिन इस बार भारतीय खिलाड़ियों ने 22 पदक जीतकर देश का अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। स्पोर्ट्स एनालिस्ट्स का कहना है कि यह सफलता भारतीय पैरा-एथलीट्स की मेहनत, समर्पण और देश में खेलों के लिए बढ़ते संसाधनों का परिणाम है।
नवदीप सिंह की शानदार छलांग
हरियाणा के नवदीप सिंह ने अपने शानदार प्रदर्शन से दर्शकों का दिल जीत लिया। उन्होंने F41 कैटेगरी में डिस्कस थ्रो इवेंट में रजत पदक जीता। नवदीप ने अपनी बेस्ट थ्रो से न सिर्फ पदक सुनिश्चित किया बल्कि व्यक्तिगत रूप से अपना नया रिकॉर्ड भी बनाया।
मैच के बाद नवदीप ने कहा —
“देश के लिए पदक जीतना किसी सपने के पूरे होने जैसा है। मैं यह मेडल सभी भारतीयों को समर्पित करता हूं।”
महिला खिलाड़ियों का भी दबदबा
महिला वर्ग में भी भारतीय पैरा एथलीट्स ने शानदार प्रदर्शन किया।
- उत्तर प्रदेश की सिमरन शर्मा ने T13 कैटेगरी (100 मीटर दौड़) में रजत जीता।
- हरियाणा की प्रीति पाल ने F46 शॉटपुट इवेंट में रजत पदक हासिल किया।
दोनों खिलाड़ियों ने अपनी कैटेगरी में मजबूत विदेशी खिलाड़ियों को पछाड़कर भारत का झंडा ऊंचा किया।
भारत का पदक तालिका में प्रदर्शन
भारत ने कुल 22 पदक (6 गोल्ड, 9 सिल्वर, 7 ब्रॉन्ज) जीतकर
चीन, अमेरिका और यूक्रेन जैसे पारंपरिक पावरहाउस देशों के बीच एक मजबूत स्थान बनाया।
| पदक प्रकार | संख्या |
|---|---|
| स्वर्ण | 6 |
| रजत | 9 |
| कांस्य | 7 |
| कुल | 22 |
यह भारत के पैरा-खेलों के इतिहास में सबसे बड़ा मेडल हॉल है।
खिलाड़ियों और कोचों को मिली सराहना
खेल मंत्री ने भारतीय दल की सराहना करते हुए कहा —
“हमारे पैरा एथलीट्स ने दिखा दिया है कि जुनून और आत्मविश्वास किसी भी चुनौती को पार कर सकता है। सरकार आने वाले समय में पैरा स्पोर्ट्स के लिए और बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराएगी।”
कोचिंग स्टाफ और सपोर्ट टीम को भी उनके योगदान के लिए बधाई दी गई।
निष्कर्ष: नया भारत, नई उड़ान
वर्ल्ड पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2025 भारत के लिए एक नया मील का पत्थर साबित हुई। नवदीप सिंह, प्रीति पाल और सिमरन शर्मा जैसे खिलाड़ियों ने यह साबित कर दिया कि प्रतिभा किसी कमी की मोहताज नहीं होती — बस उसे सही दिशा और अवसर चाहिए। भारत का यह प्रदर्शन आने वाली पेरिस पैरालंपिक 2028 की तैयारियों को भी मजबूती देगा।