✈️🌟 छोटे शहरों को बड़ी उड़ान, अब तीर्थ यात्राएं होंगी और भी आसान
📍 भोपाल | 27 मई 2025
देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आगामी 31 मई को मध्यप्रदेश के दो प्रमुख तीर्थ एवं औद्योगिक नगरों — दतिया और सतना — को ऐतिहासिक हवाई सेवा की सौगात देने जा रहे हैं।
🚩 भोपाल से वर्चुअल माध्यम से प्रधानमंत्री मोदी इन दोनों नव-निर्मित एयरपोर्ट्स का लोकार्पण करेंगे।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भी उपस्थित रहेंगे, जिन्होंने प्रदेश के हर महत्वपूर्ण शहर को हवाई सेवाओं से जोड़ने का संकल्प लिया है।
🙏 अब तीर्थ यात्राएं होंगी सरल और सुविधाजनक
✈️ दतिया और सतना एयरपोर्ट शुरू होने के साथ ही श्रद्धालु अब मां पीतांबरा पीठ (दतिया), मैहर वाली मां शारदा और भगवान श्रीराम के वनवास से जुड़े चित्रकूट धाम तक आसानी से पहुंच सकेंगे।
🛕 धार्मिक यात्राओं को मिलेगा नया आयाम
💼 औद्योगिक विकास को मिलेगी रफ्तार
🌍 देश-दुनिया से जुड़ेगा विन्ध्य और बुंदेलखंड
📌 दतिया एयरपोर्ट: मां पीतांबरा की नगरी को हवाई पंख
✅ 60 करोड़ रुपये की लागत
✅ 124 एकड़ में फैला नया एयरपोर्ट
✅ 1.81 किमी लंबा और 30 मीटर चौड़ा रनवे
✅ प्रारंभ में 19 सीटर एयरक्राफ्ट की सुविधा
✅ पार्किंग की व्यवस्था – 50 कारों के लिए
✅ दो चेक-इन काउंटर
✅ ATR-72 क्षमता, सप्ताह में 4 दिन उड़ानें (FlyBig Airlines)
💬 यह एयरपोर्ट मां पीतांबरा पीठ के दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के लिए यात्रा का एक सुविधाजनक और आधुनिक साधन बनेगा।
🏗️ सतना एयरपोर्ट: विन्ध्य को नई ऊंचाई
✅ 37 करोड़ रुपये की लागत
✅ पूर्व हवाई पट्टी का पुनर्निर्माण
✅ 1200 मीटर लंबा रनवे
✅ 750 वर्गमीटर टर्मिनल बिल्डिंग
✅ एक समय में दो एयरक्राफ्ट की पार्किंग
✅ DGCA लाइसेंस – 20 दिसंबर 2024
✅ अत्याधुनिक सुविधाएं: ATC, फायर स्टेशन, वीआईपी लाउंज, दिव्यांग-अनुकूल सुविधाएं, एम्बुलेंस इत्यादि
🛬 यह एयरपोर्ट मैहर की देवी मां शारदा, चित्रकूट धाम, और नानाजी देशमुख ग्रामोदय विश्वविद्यालय जैसे स्थानों के लिए यात्रियों को बेहतर हवाई सुविधा प्रदान करेगा।
💼 यह सतना और पूरे विन्ध्य क्षेत्र के उद्योग, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं को नई दिशा देगा।
“नए भारत” का सपना हो रहा साकार
प्रधानमंत्री मोदी का विजन — “छोटे शहर, बड़ी उड़ान” — अब धरातल पर उतरता दिख रहा है।
यह सिर्फ दो एयरपोर्ट्स का लोकार्पण नहीं, बल्कि एक “आर्थिक, धार्मिक और सामाजिक परिवर्तन” की नई शुरुआत है।
📍 दतिया और सतना के एयरपोर्ट्स अब केवल रनवे नहीं, बल्कि विकास के पंख हैं जो पूरे क्षेत्र को नई उड़ान देंगे।