🌍 जलवायु परिवर्तन पर नेपाल में हो रहा है सागरमाथा संवाद, पहली बार अंतरराष्ट्रीय मंच पर होंगे आमने-सामने
काठमांडू, संवाददाता।
भारत और पाकिस्तान के बीच हालिया सैन्य तनाव और “ऑपरेशन सिंदूर” के बाद दोनों देशों के राजनीतिक रिश्ते बेहद संवेदनशील दौर में हैं। इसी माहौल के बीच नेपाल की राजधानी काठमांडू में आयोजित होने जा रहे एक बहुपक्षीय कार्यक्रम में भारत और पाकिस्तान के मंत्री आमने-सामने होंगे।
🌱 सागरमाथा संवाद: वैश्विक जलवायु विमर्श का मंच
नेपाल सरकार द्वारा 16 से 18 मई के बीच ‘सागरमाथा संवाद’ का आयोजन किया जा रहा है। यह सम्मेलन जलवायु परिवर्तन और पर्यावरणीय चुनौतियों पर आधारित है, जिसमें एशिया के कई प्रमुख देशों के प्रतिनिधि भाग लेंगे।
भारत की ओर से पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव कार्यक्रम में भाग लेंगे, जबकि पाकिस्तान का प्रतिनिधित्व वातावरण मंत्री डॉ. मुसादिक मसूद मलिक करेंगे। नेपाल में पाकिस्तान के लिए राजदूत रीता धिताल द्वारा उन्हें आधिकारिक निमंत्रण दिया गया है।
🔥 तनाव के बाद पहली मुलाकात, रहेंगी कूटनीतिक निगाहें
भारत और पाकिस्तान के बीच चार दिवसीय सैन्य संघर्ष और उसके बाद अस्थायी युद्धविराम के चलते यह पहली बार होगा जब दोनों देशों के मंत्री एक साथ किसी अंतरराष्ट्रीय मंच पर उपस्थित होंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि “टेरर और टॉक साथ नहीं चल सकते।” ऐसे में इस मंच पर दोनों देशों के मंत्रियों की बॉडी लैंग्वेज, प्रतिक्रियाएं और पारस्परिक व्यवहार पर वैश्विक राजनयिक समुदाय की पैनी नजर रहेगी।
चीन भी रहेगा मंच पर मौजूद
कार्यक्रम में चीन की संसद के डिप्टी स्पीकर जियाओ जिए मुख्य अतिथि के रूप में भाग लेंगे। हालांकि, नेपाल सरकार द्वारा भारत और चीन दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों को न्योता भेजा गया था, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ली केकियांग दोनों ने अपने-अपने कारणों से इसमें भाग लेने से इंकार कर दिया।
इस कार्यक्रम के बहाने भारत-पाक संबंधों में किसी नई पहल की संभावना फिलहाल कम नजर आ रही है, लेकिन यह देखना दिलचस्प होगा कि दोनों देश इस साझा मंच का इस्तेमाल कूटनीतिक संदेश देने के लिए कैसे करते हैं।