मोदी सरकार ने बनाई रणनीति, वॉशिंगटन में होगी निर्णायक बैठक
📍 नई दिल्ली। भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय व्यापार संबंधों को और मजबूत करने की दिशा में बड़ा कदम उठाया जा रहा है। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल के नेतृत्व में वरिष्ठ अधिकारियों का एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल 17 से 20 मई तक वॉशिंगटन दौरे पर रहेगा। इस दौरे का मुख्य उद्देश्य प्रस्तावित द्विपक्षीय व्यापार समझौते (Bilateral Trade Agreement – BTA) पर वार्ता को आगे बढ़ाना है।
🔶 क्या होगा इस यात्रा में खास?
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पीयूष गोयल अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि जेमिसन ग्रीर और अमेरिकी वाणिज्य मंत्री हावर्ड लुटनिक से मुलाकात करेंगे।
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दोनों देशों के बीच ‘इंटरिम ट्रेड अरेंजमेंट’ पर गहन चर्चा की जाएगी, ताकि सितंबर-अक्टूबर तक व्यापार समझौते का पहला चरण अंतिम रूप ले सके।
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बैठकें 19 से 22 मई के बीच आयोजित की जाएंगी, जिसमें मुख्य वार्ताकार व्यापार मुद्दों पर म्यूचुअल बेनिफिट को प्राथमिकता देंगे।
अमेरिका ने भारत को दिया 9 जुलाई तक का समय
अमेरिका ने भारत पर 26% अतिरिक्त शुल्क को 9 जुलाई तक के लिए निलंबित कर दिया है। हालांकि, 10% का मूल शुल्क अभी भी लागू है। भारत ने अमेरिकी एल्युमिनियम उत्पादों पर जवाबी शुल्क लगाने का प्रस्ताव रखा है, जो इस दौरे के दौरान चर्चा का मुख्य विषय रहेगा।
📊 भारत-अमेरिका व्यापार संबंध: कुछ प्रमुख आँकड़े
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2024-25 में भारत और अमेरिका का द्विपक्षीय व्यापार 131.84 अरब डॉलर रहा।
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भारत के कुल वस्तु निर्यात में अमेरिका की हिस्सेदारी 18% और आयात में 6.22% रही।
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दोनों देशों के बीच कुल व्यापार में अमेरिका की हिस्सेदारी 10.73% दर्ज की गई।
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2024-25 में भारत को अमेरिका के साथ 41.18 अरब डॉलर का व्यापार अधिशेष रहा, जो पिछले वर्षों की तुलना में अधिक है।
📈 पिछली वर्षों में व्यापार अधिशेष:
वर्ष | व्यापार अधिशेष (अमेरिका के साथ) |
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2024-25 | 41.18 अरब |
2023-24 | 35.32 अरब |
2022-23 | 27.70 अरब |
2021-22 | 32.85 अरब |
2020-21 | 22.73 अरब |
भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौते पर होने वाली यह वार्ता वैश्विक व्यापार संतुलन में बड़ा बदलाव ला सकती है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस समझौते से दोनों देशों को निवेश, विनिर्माण, और तकनीकी सहयोग के क्षेत्र में नए अवसर मिलेंगे।