“हमने सैन्य कार्रवाई स्थगित की है, समाप्त नहीं”
🕗 राष्ट्र के नाम संबोधन में बोले पीएम: ‘ऑपरेशन सिंदूर’ जनता की भावना का प्रतीक, आतंकवाद पर भारत अब समझौता नहीं करेगा
नई दिल्ली |
‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार रात 8 बजे राष्ट्र को संबोधित किया। अपने ठोस और आत्मविश्वास से भरे संबोधन में प्रधानमंत्री ने न केवल आतंकवाद के खिलाफ भारत की नीति को स्पष्ट किया, बल्कि पाकिस्तान को भी कड़े शब्दों में चेतावनी दी।
🗣️ “हमने सैन्य कार्रवाई को केवल स्थगित किया है, समाप्त नहीं। आवश्यकता पड़ी तो फिर सोचेंगे नहीं।”
🔥 पाकिस्तान को खुला संदेश: आतंक का समर्थन किया, तो कीमत चुकानी होगी
प्रधानमंत्री मोदी ने स्पष्ट किया कि भारत अब आतंकवाद को किसी भी रूप में बर्दाश्त नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने भारत की सहनशीलता को कमजोरी समझा, लेकिन अब जवाब “उसी की भाषा में” दिया जा रहा है।
अमेरिका का कोई जिक्र नहीं, भारत ने दिखाया आत्मनिर्भर रुख
जहां अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत-पाक युद्धविराम में अपनी भूमिका का दावा किया, वहीं प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में अमेरिका का नाम तक नहीं लिया। यह भारत के आत्मनिर्भर और संप्रभु दृष्टिकोण को दर्शाता है — अब नीतियाँ “भारत की शर्तों” पर तय होंगी।
⚔️ ऑपरेशन सिंदूर: केवल सैन्य कार्रवाई नहीं, एक जनभावना का संकल्प
प्रधानमंत्री ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को देश की करोड़ों बेटियों, बहनों और माताओं के सम्मान की रक्षा के लिए उठाया गया एक निर्णायक कदम बताया। उन्होंने कहा:
🗣️ “ये ऑपरेशन भारत की बहनों के सिंदूर की रक्षा का संकल्प है — जो भी इसे मिटाने का प्रयास करेगा, उसे वही मिटा देगा देश।”
🪖 सेनाओं को किया सलाम, संयम और पराक्रम की तारीफ
प्रधानमंत्री ने भारतीय सेना, वैज्ञानिकों और खुफिया एजेंसियों की सराहना करते हुए कहा:
🗣️ “हमारी सेनाएं न केवल ताकतवर हैं, बल्कि उनमें असीम संयम और अनुशासन भी है।”
उन्होंने यह भी कहा कि दुनिया ने भारत की शक्ति के साथ-साथ संयम को भी देखा है।
🚨 आतंकवादियों को चेतावनी: भारत अब चुप नहीं रहेगा
प्रधानमंत्री ने साफ कर दिया कि अब हर आतंकी संगठन को समझ आ गया है कि भारत चुप नहीं बैठेगा। उन्होंने कहा:
🗣️ “सिंदूर हटाने वालों को अब सबक मिल गया है। जब देश एकजुट होता है, तो बड़े फैसले लिए भी जाते हैं और पूरे भी होते हैं।”
प्रधानमंत्री मोदी का यह संबोधन न केवल पाकिस्तान के लिए एक कड़ा संदेश था, बल्कि देश के नागरिकों के लिए एक आश्वासन भी — कि भारत अब सहन नहीं करेगा, बल्कि सही समय पर सही वार करेगा।