पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद कांग्रेस पार्टी ने अपने नेताओं को संवेदनशीलता और जिम्मेदारी के साथ व्यवहार करने की सख्त सलाह दी है। पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल द्वारा जारी किए गए सर्कुलर में साफ कहा गया है कि अब से पार्टी की ओर से सिर्फ अधिकृत नेता ही बयान देंगे और वो भी 24 अप्रैल 2025 को कांग्रेस कार्यसमिति द्वारा पारित प्रस्ताव के अनुसार ही।
गैर-अनुमोदित बयानबाज़ी पर कड़ी कार्रवाई
सर्कुलर में यह चेतावनी भी दी गई है कि अगर किसी नेता ने इस निर्देश का उल्लंघन किया, तो उस पर कठोर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। पार्टी ने सभी नेताओं और प्रवक्ताओं से संयम और ज़िम्मेदारी के साथ व्यवहार करने की अपील की है।
संकट के समय एकजुटता की जरूरत
कांग्रेस का कहना है कि पहलगाम जैसे आतंकी हमले के बाद देशभर में राजनीतिक और सामाजिक स्तर पर तीखी प्रतिक्रियाएं देखी जा रही हैं। ऐसे समय में पार्टी चाहती है कि उसका रवैया स्पष्ट, एकजुट और जिम्मेदार बना रहे। केसी वेणुगोपाल ने सभी नेताओं से सार्वजनिक मंचों पर बयान देने में एकरूपता और अनुशासन बनाए रखने की बात कही है।
केवल आधिकारिक रुख ही रखें सामने
सर्कुलर में ज़ोर देकर कहा गया है कि केवल वही नेता बयान दें जिन्हें पार्टी ने अधिकृत किया है, और वह भी केवल पार्टी की आधिकारिक नीति तक सीमित रहें। कांग्रेस का मानना है कि ऐसे संवेदनशील समय में पार्टी का संतुलित और ठोस रुख देश के सामने आना चाहिए।
अनुशासन तोड़ा तो बाहर का रास्ता
पार्टी ने साफ किया है कि निर्देशों की अनदेखी करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। किसी भी नेता को अनुशासनहीनता की स्थिति में पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है। पार्टी ने इस मौके पर फिर से याद दिलाया कि संयम, गरिमा और ज़िम्मेदारी कांग्रेस की पहचान रही है।
“देश को आज हमसे समझदारी की उम्मीद है”
सर्कुलर के अंत में कहा गया है —
“आइए, हम कांग्रेस की परंपराओं और मूल्यों के अनुसार एकजुट होकर देश के सामने संयम और समझदारी की मिसाल पेश करें। आज देश हमसे यही अपेक्षा करता है।”
जिम्मेदार राजनीति की ओर एक मजबूत कदम
ऐसे समय में जब आतंकी हमलों को लेकर राजनीतिक बयानबाज़ी तेज हो जाती है, कांग्रेस का यह निर्देश राजनीतिक परिपक्वता और जवाबदेही का प्रतीक माना जा रहा है। यह फैसला पार्टी की छवि को मजबूत करने और जनता के बीच भरोसे को कायम रखने में मदद करेगा।
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खबरें अच्छी है।