— लक्ष्मीबाई समाधि के सामने सजे कश्मीरी बाजार का हुआ शुभारंभ
— वरिष्ठ पत्रकार डॉ. केशव पाण्डेय ने फीता काटकर शुरू किया बाजार
ग्वालियर। कश्मीर की हसीन वादियां तो सभी को लुभाती हैं लेकिन कश्मीर के पारंपरिक परिधान भी दुनिया भर के लोगों को भाते हैं…. यदि आप भी कश्मीरी परिधान और शिल्प के शौकीन हैं तो फिर सज गया है शिल्प का बाजार जहां दिखेगी आपको कश्मीरी बहार….
इसके लिए आपको आना होगा महारानी लक्ष्मीबाई की समाधि के सामने स्थित मैदान में..जहां लगाया गया है कश्मीरी बाजार।
गुरुवार को शहर के वरिष्ठ पत्रकार एवं प्रमुख समाज सेवी डॉ. केशव पाण्डेय ने इस बाजार का फीता काटकर शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होंने कश्मीर से आए शिल्पियों एवं कारोबारियों के स्टॉलों का अवलोकन कर कश्मीरी उत्पादों को करीब से जाना और समझा। साथ ही उन्होंने कश्मीरी बुनकरों एवं शिल्पियों को बेहतर कारोबार के लिए शुभकामनाएं दीं।

दिखेगी कश्मीरी रंगीयत
कश्मीरी बाजार में कश्मीर की एक से बढ़कर एक सुंदर कसीदाकारी के साथ कश्मीर की पश्मीना शॉल और सूट भी मौजूद हैं। पांच हजार से लेकर डेढ़ लाख रुपए तक की पश्मीना शॉल भी खरीदारों के लिए उपलब्ध हैं। इसके अलावा शिल्पी आकर्षक डिजायन के उत्पाद लेकर आए हैं।

साड़ी, सूट और जैकेट हैं खास
कश्मीर की कलमकारी डिजायन तो देखते ही बन रही है कश्मीरी बूलन सूट, साड़ी, कश्मीरी टोपी, और नेहरू जैकेट को ग्वालियर के लोग पसंद कर रहे हैं। कुछ शिल्पी गुजरात की एम्ब्रॉयडरी डिजाइन को लेकर आए हैं। इसके साथ डिजाइनर बेडशीट, कुशन, वॉल हेंगर, कॉर्नर मौजूद हैं।
नक्शा बना आकर्षण का केंद्र
कश्मीरी बाजार में देश का जो नक्शा लगाया गया है वह इसलिए सैलानियों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है क्योंकि नक्शे पर सभी प्रदेशों के हिसाब से चिन्हित स्थानों पर प्रत्येक राज्य की एम्ब्रॉयडरी का नमूना लगा हुआ है। जैसे कश्मीर के नक्शे में कलमकारी, पंजाब के नक्शे पर फुलकारी, मध्यप्रदेश के नक्शे पर प्रसिद्ध चंदेरी बाघ प्रिंट, उत्तरप्रदेश पर लखनवी चिकिन वर्क इसी तरह से भारत के सभी प्रदेशों के स्थान पर वहां की कलाकारी भारत के नक्शे पर उकेरी गई है। तो फिर देर किस बात की आप भी आइये कश्मीरी बाजार और देखिए शिल्प का सतरंगी संसार।
posted by: अनिल शर्मा