— कलेक्टर की मौजूदगी में जीआर मेडीकल कॉलेज की कार्यकारिणी समिति की बैठक में लिए गए अहम निर्णय
ग्वालियर। हजार बिस्तर अस्पताल से जुड़ी धर्मशाला को शुरू करने की कार्रवाई अगले 15 दिन के भीतर पूर्ण करें, जिससे यहां इलाज के लिए आने वाले मरीजों व उनके परिजनों को आवास की सुविधा मिल सके। अस्पताल परिसर में इंडियन कॉफी हाउस के लिये जगह दी जाए, जिससे मरीजों व चिकित्सकीय स्टाफ सहित अन्य आगुंतकों को एक अच्छी कैन्टीन की सुविधा मिल सके। जेएएच समूह की सभी इकाईयों के मरीजों की सुविधा के लिये 80 नए स्ट्रेचर एवं 25 व्हील चेयर की व्यवस्था भी जल्द से जल्द की जाए।
इस आशय के निर्देश कलेक्टर रुचिका चौहान की मौजूदगी एवं संचालक नर्सिंग सह चिकित्सा डॉ. जितेन्द्र शुक्ला की अध्यक्षता में आयोजित हुई गजराराजा चिकित्सा महाविद्यालय की कार्यकारिणी समिति की 61वीं बैठक में दिए गए।

सोमवार को मेडीकल कॉलेज के सभागार में आयोजित कार्यकारिणी समिति की बैठक में अस्पताल प्रबंधन को यह भी निर्देश दिए गए कि हजार बिस्तर सहित जेएएच समूह परिसर में दो से तीन बैंकों के नए एटीएम स्थापित कराए जाएं। विभिन्न बैंकों से प्राप्त प्रस्तावों के आधार पर एटीएम लगवाए।
बैठक में मेडीकल कॉलेज के अधीष्ठाता डॉ. आरकेएस धाकड़ एवं संयुक्त संचालक व अधीक्षक जेएएच समूह डॉ. सुधीर सक्सेना सहित समिति के अन्य सदस्यगण मौजूद थे।
आभा मित्र बढ़ाने का निर्णय
70 वर्ष से अधिक आयु के मरीजों के मोबाइल नम्बर व आधार अपडेट और आभा क्यू आर स्कैन में आ रही कठिनाई को दूर करने के साथ-साथ इस काम में तेजी लाने के लिये 8 आभा मित्र बढ़ाने का निर्णय भी गजराराजा चिकित्सा महाविद्यालय की कार्यकारिणी समिति की बैठक में लिया गया। साथ ही निर्देश दिए गए कि जयारोग्य चिकित्सालय समूह के हजार बिस्तर अस्पताल परिसर में भी आधार केन्द्र खोला जाए, जिससे मरीजों को परेशानी न हो। कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान ने सलाह दी कि मरीजों की सुविधाओं को ध्यान में रखकर ऐसे मशीन व उपकरण जो कॉर्पोरेशन से नहीं खरीदे जा सकते हैं, इसके लिये एक वर्ष के रेट कांट्रेक्ट किए जाएं। साथ ही संस्था के विस्तार के लिये भी लक्ष्य निर्धारित करें।
अस्पताल का किया निरीक्षण

कलेक्टर रुचिका चौहान ने सोमवार को हजार बिस्तर अस्पताल के विभिन्न वार्डों सहित सम्पूर्ण परिसर का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने खासतौर पर मरीजों को मिल रहीं सुविधायें, स्ट्रेचर व्यवस्था, दवा वितरण, पेयजल व शौचालय व्यवस्था सहित अन्य इंतजामों का जायजा लिया एवं सभी व्यवस्थाओं को और बेहतर करने के निर्देश अस्पताल प्रबंधन को दिए।