भिंड: दुंडेश्वर महादेव मंदिर के बाहर बनी दुकानों पर चला प्रशासन का बुलडोज़र, एक दुकान तोड़ी गई, बाकी दुकानदारों में हड़कंप
– बिना वैध दस्तावेज़ों के कब्जे का आरोप
– मंदिर प्रबंधन ने बताया वर्षों पुराना अतिक्रमण
– दुकानदार बोले- “हक की लड़ाई लड़ेंगे अदालत में”
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भिंड (मध्य प्रदेश):
शहर के कोतवाली थाना क्षेत्र के सामने स्थित दुंडेश्वर महादेव मंदिर परिसर के बाहर बनी 14 दुकानों को लेकर चल रहा विवाद अब प्रशासनिक कार्रवाई तक पहुंच गया है। रविवार सुबह प्रशासन की टीम ने एक दुकान को जेसीबी मशीन से हटवा दिया, जिससे अन्य दुकानदारों में अफरा-तफरी मच गई।
दुकानदार का दावा – “मेरे हक की दुकान थी”
भोपाल निवासी आशीष जैन ने दावा किया है कि मंदिर के बाहर बनी एक दुकान पर उनका अधिकार है। उन्होंने कहा, “मैं कपड़े का व्यापार करता हूँ। मेरी दुकान बिना सूचना के तोड़ दी गई। सारे दस्तावेज दुकान में ही रखे थे। मैं भोपाल में था, इसलिए कागज़ पेश नहीं कर पाया।” हालांकि जब प्रशासनिक टीम ने वैध दस्तावेज मांगे, तो मौके पर कोई कागजात प्रस्तुत नहीं किए जा सके।
पहले से मिला था नोटिस, फिर हुई कार्रवाई
प्रशासन ने करीब एक सप्ताह पहले ही सभी दुकानदारों को दुकान खाली करने का नोटिस जारी किया था। रविवार सुबह करीब 8 बजे प्रशासनिक टीम जेसीबी लेकर मौके पर पहुंची और मात्र आधे घंटे में एक दुकान का टीन शेड और छत गिरा दी गई।
मंदिर प्रबंधन ने लगाया अतिक्रमण का आरोप
दुंडेश्वर आश्रम के पुजारी विजय महाराज ने बताया कि मंदिर परिसर के बाहर कुछ लोगों ने वर्षों से कब्जा कर रखा है। उन्होंने कहा, “ना तो ये लोग जगह खाली कर रहे हैं और ना ही आश्रम को कोई किराया दे रहे हैं। कई बार शिकायतों के बाद अब जाकर प्रशासन ने कार्रवाई की है। फिलहाल एक दुकान हटाई गई है, बाकी दुकानों को लेकर भी जल्द निर्णय होगा।”
बाकी दुकानदारों की कानूनी लड़ाई की तैयारी
एक दुकान के टूटने के बाद बाकी दुकानदार भी अब सक्रिय हो गए हैं। उन्होंने प्रशासन और मंदिर प्रबंधन के खिलाफ एकजुट होकर कानूनी लड़ाई की तैयारी शुरू कर दी है। सभी दुकानदार अब अपने दस्तावेज़ों के आधार पर कब्जे को वैध साबित करने की कोशिश कर रहे हैं।
प्रशासन पूरे मामले की समीक्षा कर रहा है और शेष दुकानों को लेकर भी कार्रवाई की संभावना जताई जा रही है।